Tilak Mehta Success Story: Delivery Services 

Tilak Mehta Success Story in Hindi: कहते हैं सफलता उम्र की मोहताज नहीं होती| यह बात तिलक मेहता के ऊपर पूरी तरह से फिट बैठती है| जिस उम्र में बच्चे खेल कूद में व्यस्त होते हैं उसे उम्र में तिलक मेहता ने करोड़ों की कंपनी खड़ी कर डाली| आज आलम यह है कि यह रोजाना लाखों में कमाई करते हैं| आज हम आपको तिलक मेहता सक्सेस स्टोरी (Tilak Mehta Success Story) लाइटके बारे में बताने जा रहे हैं की किस तरह से इस नन्हे बालक ने अपनी काबिलियत के दम पर न सिर्फ एक बिजनेस को खड़ा किया बल्कि लोगों को रोजगार भी प्रदान किया| 

Tilak Mehta Delivery Business – 13 साल के बच्चे ने खड़ी कर दी करोड़ की कंपनी 

तिलक वर्मा ने 2018 में पेपर एंड पार्सल नाम से एक कंपनी की शुरुआत की| कुछ ही समय में तिलक ने अपनी समझदारी और आइडिया के दम पर इस कंपनी को करोड़ों का कारोबार करने तक पहुंचा दिया| Tilak Mehta success story तिलक वर्मा स्टोरी हर किसी के लिए एक मिसाल है कि कैसे कम बजट में एक अच्छा बिजनेस शुरू किया जा सकता है| 

क्या काम करती है तिलक की कंपनी ? (How Tilak Mehta Delivery Company Works?)

जैसा कि आप नाम से अंदाजा लगा सकते हैं Tilak Mehta Company “Paper N Parcels” delivery का काम करती है| हालांकि ऐसे काम के लिए कुछ पूंजी की आवश्यकता जरूर होती है लेकिन तिलक वर्मा के पास इस छोटी सी उम्र में जमा पूंजी ना होने की वजह से उन्होंने एक गजब का आईडिया निकला| पिताजी से कुछ पैसे उधार लिए और डिब्बा वालों के साथ संपर्क किया| क्योंकि डिब्बा वालों का कारोबार पहले से ही सारे शहर में फैला हुआ था तो इनको उनको अपने साथ जोड़ने में कुछ ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी| 

How Tilak Mehta Delivery Business Idea Came?

कहते हैं आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है| किसी न किसी नए अविष्कार के अभिषेक कोई ना कोई घटना जरूर छुपी होती है| तिलक वर्मा को नई कंपनी खोलने का आईडिया भी एक घटना के बाद ही आया| दरअसल तिलक वर्मा एक बार अपने दूर के अंकल के घर गए| एग्जाम के दिन होने की वजह से वह अपनी पढ़ाई वाली किताब भी साथ में ही ले गए| दुर्भाग्य से वह उसे किताब को वहीं भूल गए लेकिन एग्जाम की तैयारी के लिए उनको वह किताब बहुत जरूरी चाहिए थी|

उन्होंने बहुत सी डिलीवरी कंपनियों के साथ संपर्क किया लेकिन कोई भी सेम डेट डिलीवरी के लिए तैयार नहीं हुई| अगर कुछ डिलीवरी कंपनियों ने हम ही भारी भी तो बहुत ज्यादा कीमत मांगी| यह बात इस छोटे बच्चों के दिमाग में इस तरह से घर कर गई कि उन्होंने इस समस्या का हल निकालने का निश्चय कर लिया| बस यही से तिलक मेहता की पेपर एंड पार्सल कंपनी की शुरुआत का सिलसिला शुरू हुआ| 

डिब्बा वालों के लिए भी Parcel Delivery एक फायदे का सौदा निकला 

तिलक मेहता अलग से डिलीवरी का सारा इंतजाम करते तो उनको बहुत सारी पूंजी की आवश्यकता पड़ सकती थी| तो उन्होंने सोचना शुरू कर दिया कि किस तरह से सस्ती डिलीवरी लोगों को दे सकें| फिर अचानक से उनके दिमाग में मुंबई टिफिन सर्विस कंपनी डिब्बा वाले से संपर्क करने का विचार आया| डिब्बा वालों को भी उनका लो प्राइस डिलीवरी आइडिया पसंद आया और उन्होंने तुरंत इसके लिए हां भी कर दी|

फाइनली उन्होंने 2018 में इस बिजनेस को शुरू कर दिया| इसका फायदा यह हुआ कि लोगों को बहुत ही सस्ती कीमत पर सामान की डिलीवरी सर्विसेज मिलने लग गई| और डिब्बा वालों को भी अतिरिक्त कमाई होने लग गई| डिब्बा वाले टिफिन पहुंचने के साथ-साथ डिलीवरी भी करने लग गए| तिलक मेहता डिलीवरी आइडिया थ्रू टिफिन सर्विसेज (Tilak Mehta delivery Idea through Tiffin Service) चलने लग गया| यह बिजनेस धीरे-धीरे सफलता की तरफ बढ़ने लग गया| 

सैकड़ो लोगों को रोजगार मिला -Employment Generation

पेपर एंड पार्सल्स कंपनी (Paper N Parcels) की स्थापना के बाद कई लोगों को रोजगार मिला| कंपनी के साथ अब तक करीब 200 से ज्यादा कर्मचारी जुड़ चुके हैं| तिलक मेहता की कंपनी ने रोजगार देने के साथ-साथ जिंदगी को भी कुछ हद तक आसान बना दिया| उनकी कमाई में भी इजाफा हो गया| और अब तक Paper N Parcel net worth 100 करोड रुपए से ज्यादा का हो चुका है| इस छोटी सी उम्र में तिलक करोड़पति बन चुके हैं| प्राप्त जानकी उनके मुताबिक Tilak Mehta Net Worth 65 करोड़ पर है| उनकी कंपनी रोजाना करीब 1200 से ज्यादा डिलीवरी करती है| अनुमानित वह अपने इस बिजनेस से रोजाना 7 लख रुपए की कमाई करते हैं| 

What to Learn From Tilak Mehta Success Story 

तिलक मेहता की सफलता की कहानी (Tilak Mehta Success Story in Hindi) हमें यह सीख कर जाती है की सफलता उम्र की मोहताज नहीं होती| हम में से बहुत से लोग यह रोना रोते रहते हैं कि हमारे पास नया बिजनेस शुरू करने के लिए जमा पूंजी नहीं है| लेकिन इस छोटे से बालक ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर इरादा पक्का हो तो आप अपनी मंजिल तक जरूर पहुंच जाएंगे|

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